Joyful Lifestyle धन खर्च में दोहरी मानसिकता क्यों, एक अनुत्तरित प्रश्न Pramod Mehta, July 8, 2023July 8, 2023 Why do people show double standards in spending money? धन(money) खर्च में व्यक्ति अक्सर दोहरी मानसिकता अपनाता है। यहाँ पर दोहरी मानसिकता से तात्पर्य है कि, बड़े-बड़े खर्चे करते समय व्यक्ति कुछ बचाने की नियत नहीं रखता वहीं दूसरी ओर छोटे खर्चों के समय विक्रय करने वाले से बहुत मोल-भाव… Continue Reading
Healthy Mind ‘प्रकृति’ (Nature) निश्चित स्वभाव की अनिश्चित प्रक्रिया Pramod Mehta, April 13, 2023April 13, 2023 ‘Nature’ an indefinite process of a definite nature ब्रह्मांड की सर्वोपरि शक्ति ‘प्रकृति’(nature) है जो एक अटल सत्य है और इसके आगे सभी नतमस्तक है फिर भी मानव द्वारा ऐसे प्रयास लगातार जारी हैं जिनसे वह ‘प्रकृति’ को पीछे छोड़ दे और अपनी मनमानी करे। मनुष्य की इन कुत्सित कोशिशों… Continue Reading
Joyful Lifestyle ‘प्रतिक्रिया’ आत्मविश्वास एवं बौद्धिक स्तर का दर्पण Pramod Mehta, March 27, 2023March 27, 2023 “Reaction – Mirror of personality“ व्यक्ति का जीवन एक क्रिया है क्योंकि उसकी सभी गतिविधियाँ उसी पर केंद्रित होती हैं और इन क्रियायों पर किसी दूसरे के द्वारा की गई टिप्पणी ही ‘प्रतिक्रिया’ (reaction) है। ‘प्रतिक्रिया’ का हमारे जीवन में एक महत्वपूर्ण स्थान है या यह भी कह सकते हैं… Continue Reading
Healthy Mind मन और आत्मा Pramod Mehta, March 1, 2023March 28, 2023 “Mind & Soul” मानव मस्तिष्क में दो प्रकार से विचार उत्पन्न होते है पहला ‘मन’ के विचार दूसरा आत्मा के विचार । वृहद रूप से देखा जाये तो ‘मन’ (mind) अच्छा, बुरा, ऊँच, नीच, उचित एवं अनुचित आदि सभी तरह की प्रकृति का स्वरूप है परंतु आत्मा या अंतःकरण सदैव… Continue Reading
Healthy Mind गुडबाए टेंशन Pramod Mehta, July 12, 2022December 23, 2022 Goodbye Tension तनाव (Tension) एक ऐसा विषय है जिसके संबंध में बहुत कुछ लिखा एवं बताया जा चुका है । में यहाँ पर तनाव को गुड-बाइ करता हूँ। मेरी मान्यता (perception) है कि, तनाव एक ऐसी भावनात्मक (emotional) परिस्थिति है जिसको (avoid) टालना बहुत कठिन होता है अतः इसको आने… Continue Reading
Healthy Mind अहं विकास की बेड़ियाँ Pramod Mehta, June 30, 2022December 22, 2022 Shackles of Ego अहं/ego जिसका आरंभ एवं अंत ‘मैं’ (I) से ही होता है । जब व्यक्ति स्वयं को अधिक महत्व देता है और दूसरों से अधिक योग्य समझता है तो उसमें अहं आ जाता है कि, में श्रेष्ठ हूँ और इस अहं को वह आत्म-सम्मान (Self Respect) का रूप… Continue Reading
Positive Thinking सकारात्मक सोच Pramod Mehta, June 23, 2022December 22, 2022 It is possible to adopt ‘Positive Thinking’ only when we have ‘No Grievance’. The person who adopts ‘Positive Thinking’ becomes ‘Powerful’ in every possible way. A shlok from Gita is very remarkable : ‘Wrong thoughts are the cause of trouble in life. Right knowledge saves us from all troubles.” A person with ‘positive thinking’ always looks for the solution! Continue Reading
Healthy Mind डिप्रेशन (अवसाद) कारण और निवारण Pramod Mehta, June 16, 2022December 22, 2022 Depression – Causes & Prevention आज विश्व में डिप्रेशन (अवसाद) एक बहुत बड़ी मानसिक समस्या बन चुका है । तीव्रता से बढ़ते हुए संसार एवं नई नई तकनीक के उपयोग के कारण अपने आप को सभी के समकक्ष रखना बहुत कठिन कार्य हो गया है और इस दौरान कई बार… Continue Reading